हिन्दी भाषा एवं साहित्य विषयक पुस्तक प्रदर्शनी
हिन्दी पखवाड़ा के शुभ अवसर पर चौधरी महादेव प्रसाद महविद्यालय के पुस्तकालय द्वारा हिन्दी भाषा एवं साहित्य विषय की दुर्लभ पुस्तकों की प्रदर्शनी लगायी गई है । यह पुस्तक प्रदर्शनी दिनांक 19 सितम्बर से 23 सितम्बर तक महाविद्यलय के पूर्व वाणिज्य विभाग कक्ष में संचालित होगी । कार्यक्रम का उदघाटन समारोह पारंपरिक ढंग से दीप प्रज्जवलन एवं वाग्देवी की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा अतिथियों के स्वागत से हुआ । अतिथियों का स्वागत डॉ पुनीत कुमार सिंह, महाविद्यालय पुस्तकालयाध्यक्ष ने किया जबकि अतिथियों का परिचय डॉ गोविंद गौरव ने दिया ।
प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर राजेंद्र कुमार, पूर्व विभगाध्यक्ष, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज ने अपने वक्तव्य में कहा कि पुस्तकों मे निहित शब्द अनमोल होते है जबकि पुष्प की सुगंध हमेशा के लिए नहीं रह सकती । उन्होने यह भी कहा कि किसी भी देश कि उन्नति अगर जाननी हो तो वहाँ की पुस्तकालय की स्थिति को समझ लेना पर्याप्त होगा पुस्तकालय हमारी आकांक्षाओ का संसार होता है ।
समारोह के विशिष्ट अतिथि डॉ बी. के. सिंह, विश्वविद्यालय पुस्तकालयाध्यक्ष, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज ने प्रदर्शनी के आयोजन पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि पुस्तकालय किसी भी शैक्षिक संस्था का हृदय होता है । साथ ही उन्होने इस बात पर बल दिया कि सामाजिक शोध मे पुस्तकालय ही प्रयोगशाला का कार्य करती है जबकि विज्ञान आधारित शोध मे पुस्तकालय एवं प्रयोगशाला दोनों की भूमिका होती है । उन्होने इस मौके पर महाविद्यालय को हिन्दी भाषा एवं साहित्य विषयक पुस्तक प्रदर्शनी हेतु बधाई दी ।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर अजय प्रकाश खरे ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि पुस्तक प्रदर्शनी के माध्यम से हमें शिक्षा जगत के विद्वानो के विचारो से अवगत होने का अवसर प्राप्त होता है । साथ ही उन्होने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि महाविद्यालय प्रगति पथ पर अग्रसर है ।
धन्यवाद ज्ञापन डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव, संयोजक, पुस्तकालय समिति तथा एसोशिएट प्रोफेसर, रसायन शास्त्र विभाग ने किया तथा मंच संचालन डॉ गोविंद गौरव, संयोजक, राजनीति शास्त्र विभाग ने किया। उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ नीता सिन्हा, डॉ सरोज सिंह, डॉ आभा त्रिपाठी, डॉ अर्चना श्रीवास्तव, डॉ दीनानाथ, डॉ नीरजा कपूर, डॉ जितेंद्र कुमार, डॉ नीरज सिंह, डॉ दिलीप सिंह तथा हिन्दी विभाग के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायेँ आदि उपस्थित रहे ।